भैरव पूजन
अब अपने बांई और चावलों की ढेरी पर एक गोल सुपारी स्थापित का सिंदूर का टीका और गुड का भोग लगा कर
भैरव लोचन मन्त्र द्वारा भोग लगाये
“बलिदानेन संतुष्टो बटुकः सर्व सिद्ध्दा:
शांति करोतु में नित्यं भुत वेताल सेविते:”“Balidanene santushto batukah sarv siddhihah
Shanti karotu me nityam bhut vetal sevitah”.