वास्तु दोष
वास्तु दोष का अर्थ हमेशा भिन्न भिन्न समस्याओं से घिरे रहना होता है ,घर मे तनाव और बिमारी के साथ बरकत की कमी भी वास्तु दोष से आती है । आजकल कम जगह मे मकान बन रहे है ऐसी स्थिति मे वास्तु का पालन किया जाना सम्भव नही हो पा रहा फिर भी कुछ सरल उपाय आप तक भेज रहा हूँ । वास्तु दोष मुक्ति वाले घर मै तरक्की पर तरक्की करते चले जाना। तनाव का दूर होना, सुख समृद्धि की वर्षा होते रहना। ऐसा घर या स्थान निश्चित रूप से मंदिर तुल्य ही माना जाता है।
वास्तु दोष से मुक्ति के सरल उपाय
अपने मकान के सबसे उपरी हिस्से पर दक्षिण की दिवार को सबसे ऊँचा रखें। यदि संभव न हो तो दक्षिण पश्चिम कोने में एक पाइप लगाकर ऊँचा करें और उसमें सात रंगों वाला झंडा लगा दें। भूमि या कमरे के पूर्व उत्तर कोने में किसी पात्र में 4 से 5 लीटर पानी रखें और रोज उसे बदलें इससे लक्ष्मी का आगमन बना रहेगा। लैट्रिन/शौचालय को कभी भी दक्षिण पश्चिम से उत्तर पश्चिम तक में निर्माण कराए किन्तु उसका टैंक उत्तर पश्चिम में ही करें। यदि निर्माण इससे भिन्न हो चुका है तो लैट्रिन/शौचालय के अन्दर किसी प्याली में 200 ग्राम नमक ऐसी जगह रखें जो भिगे न और उसके दरवाजे पर दहाड़ते हुए शेर का चित्र चिपकादें । लैट्रिन/शौचालय का दरवाजा प्रायः बंद ही रखा जाना हितकर होता है।
पूर्व उत्तर दिशा और पूर्व दक्षिण दिशा हमेशा साफ सुथरा रखें और पूर्व दक्षिण के कोने में एक प्लेट रखें, उसमें फूल की कुछ पंखुड़ी बिखेर दें, उसके ऊपर उलटा करके एक गिलास रखें, गिलास के ऊपर सरसों तेल का दीपक जलाएं ऐसा लगातार 43 दिन सूर्य डूबने के बाद करें। इसका परिणाम आश्चर्यजनक ही दिखेगा।
तूलसी का पौधा स्वास्थ्य के लिए शुभ होता है। यदि कोई बहुमंजिली इमारत आपके सामने हो, तो फेंगशुई के अनुसार अष्ट कोणीय दर्पण, क्रिस्टल बाल तथा दिशा सूचक यंत्र लगा सकते हैं। बड़ा गोल आईना मकान की छत पर ऎसे लगाएं कि मकान की संपूर्ण छाया उसमें दिखाई देती रहे। हल्दी को जल में घोलकर एक पान के पत्ते की सहायता से अपने सम्पूर्ण घर में छिडकाव करें. इससे घर में लक्ष्मी का वास तथा शांति भी बनी रहती है.
किसी भी मकान में सीढ़ी / जीना का निर्माण दक्षिण से पश्चिम की ओर जाते हुए ही शुभ माना जाता है। जिने के नीचे कोई कार्य नहीं होना चाहिए बल्कि वहां चीजें किसी डब्बे या कार्टून में करके रख दें। किसी कारण ऐसा नहीं है तो अपने छत्त के ऊपर पूर्व उत्तर के कोने में एक में तुलसी का पौधा लगादें और उसमें रोज सुबह जल डाला करें। इसका परिणाम शांति समृधि में हाथों हाथ मिलेगा। अपने घर में दीवारों पर सुन्दर, हरियाली से युक्त और मन को प्रसन्न करने वाले चित्र लगाएं. इससे घर के मुखिया को होने वाली मानसिक परेशानियों से निजात मिलती है.
वास्तुदोष के कारण यदि घर में किसी सदस्य को रात में नींद नहीं आती या स्वभाव चिडचिडा रहता हो, तो उसे दक्षिण दिशा की तरफ सिर करके शयन कराएं. इससे उसके स्वभाव में बदलाव होगा और अनिद्रा की स्थिति में भी सुधार होगा. अपने घर के ईशान कोण को साफ़ सुथरा और खुला रखें. इससे घर में शुभत्व की वृद्धि होती है यदि आपके मकान के अन्दर से जल का निकास दक्षिण दीवार से होकर है तो यह अफसोसजनक स्थिति है, इससे लक्ष्मी का नुक्सान होता ही रहेगा किन्तु लक्ष्मी को प्रसन्न करने का भी उपाय हो तो चिन्ता करने की आवश्यकता नहीं होती। इसके लिए सायं को पहली रोटी गाय को खिलाएं और आखरी रोटी कुत्ते को दें। माह में 6 बार भी ऐसा करते है तो लक्ष्मी प्रसन्न रहती ही हैं।
पति-पत्नी में प्रेम के लिए प्रेमी परिंदे का चित्र या मेडरिन बतख का जोड़ा रखें अथवा सपरिवार प्रसन्नचित मुद्रा वाला चित्र लगाएं। डायनिंग टेबल को प्रतिबिंबित करने वाला आईना आपके सद्भाव व भाग्य में वृद्धि करता है, इसे लगाएं। वास्तु के सम्बन्ध मे हमारे पूर्वजो ने बहुत सा ज्ञान दिया है, और हम भी उनकी परम्पराओ और दिए ज्ञान अनुसार वास्तु दोष का निराकरण करते आ रहे है , पर वास्तु का रहस्य इतना कठिन है की हम हर पल कुछ नया ही सीखते जा रहे है ,पर अनुभव बढ़ता ही जाता है ।
मेरे अनुभव अनुसार कभी कभी वास्तु आपकी जन्म पत्रिका के दोष ,पारिवारिक स्थिति, घर के सदस्यों के प्रति आपका व्यवहार पर भी निर्भर करता है, जैसे आप पर किसी नकारात्मक ग्रह की दशा चल रही है और वो ग्रह आपके चतुर्थ भाव मे है तो घर मे तनाव होना सम्भव होता है । वैसे ही जब आप घर मे आते ही ऑफिस या दूकान का गुस्सा घर मे उतारते हो तो भी दोष लगता है। आप एक बात जान लीजिये की घर जितना साफ़ हो, उससे ज्यादा शांत होना जरूरी है, कई घरो मे सुबह से झगड़ा शुरू हो जाता है । अक्सर घरो मे अंहकार के कारण तनाव बढ़ता है, पति पत्नी दोनों जॉब करते है, दोनों कमा रहे है, पर ज्यादा कमाई मेरी और मै घर का मालिक बस इतनी सी बात और तनाव शुरू। जब आप अपने माँ पिता ,बुजुर्गो की घर मे इज्जत नही करते, बहन बुआ और स्त्री का अपमान करते हैं तो उनकी आह या टीस या दुःख से जो घर मे नकारात्मक शक्ति उतपन्न होती है वो भी दोष करती है । विषय गम्भीर है, लम्बी चर्चा होगी इसलिये अभी विराम चाहता हूँ। बस इतना ध्यान रखे की वास्तु दोष दूर करने हेतु जितना आप प्रयास कर रहे हो, उसके साथ ही घर के सदस्यों के सम्मान और प्यार की फ़िक्र भी करो, वास्तु हेतु कोई यन्त्र, मन्त्र और फेंगशुई के आइटम के साथ परिवार के सदस्यों की भावनाओ को समझ लेंगे तो घर स्वर्ग बन जायगा,और तनाव कोसो दूर भाग जायगा। दोस्तों होली आ रही है, होली याने मस्ती ,दुश्मनी का अंत, प्यार का रंग तो होता ही है, पर साथ मे तन्त्र, मन्त्र और टोना टोटका आदि से मनोकामना पूर्ण करने का दिन भी होता है । हर इंसान की कुछ इच्छाये होती है, जो वो हर प्रयास कर नही पूरी कर पाता, पर होली की रात्रि को कुछ सरल उपाय जीवन मे बदलाव ला सकते है।