Rahu ke Upaye In Hindi

राहु एक छाया ग्रह है| जो राक्षस प्रवर्ति का है इसकी दशा और महादशा कभी कभी बहुत बुरे फल प्रदान करती है या कभी कभी बहुत ही सुन्दर फल प्रदान करती है|

अगर आपको लगता है की राहु की दशा या अन्तर्दशा आपको उचित फल नहीं दे रहा है| तो आप निम्न को उपाए को अपनाकर राहु के दोष प्रभाव से बच सकते है|

ॐ रां राहवे नमः प्रतिदिन एक माला जपें।

2.   नौ रत्ती का गोमेद पंचधातु अथवा लोहे की अंगूठी में जड़वा लें। शनिवार को राहु के बीज मन्त्र द्वारा अंगूठी अभिमंत्रित करके दाएं हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण कर लें।

राहु बीज मन्त्र: ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम: (108 बार)

3.   दुर्गा चालीसा का पाठ करें।

4.   पक्षियों को प्रतिदिन बाजरा खिलाएं।

5.   सप्तधान्य का दान समय-समय पर करते रहें।

6.   एक नारियल ग्यारह साबुत बादाम काले वस्त्र में बांधकर बहते जल में प्रवाहित करें।

7.   शिवलिंग पर जलाभिषेक करें।

8.   अपने घर के नैऋत्य कोण में पीले रंग के फूल अवश्य लगाएं।

9.   तामसिक आहार व मदिरापान बिल्कुल न करें।

10.                       ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ॐ ग्लौ हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल, ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा।।

इस मंत्र को विशुद्ध उच्चारण के साथ तेज स्वर में पूरी राहु की दशा के दौरान कीजिए।

 

राहु की महादशा में निम्न बुरे फल मिलते है

बुद्धि और विवेक का हाश्य
बीमारी
उन्माद
पारिवारिक कलह