रेखाओ की अध्ययन विधि

हाथ की उंगलियों अनिल छोटी-छोटी रेखाएं होती हैं जिनका निर्माण गर्भ में 13 सप्ताह से होना शुरू हो जाता है यह लगभग 20 वें सप्ताह तक पूर्ण रूप से बन जाती है |और किसी समय वर्तमान भविष्य का विशेष हाथ की रेखा में स्पष्ट हो जाता है कि समय त्वचा में भी एक है बनना शुरू हो जाती है| गर्भ में अंगुलियां पहले बनती है बाद में हथेली बनती है कुछ बैज्ञानिकों कहना है कि पैर में कभी कभी पदम रेखा पाई जाती हैं जो हाथों में भाग्य रेखा की भांति होती है |हाथ और त्वचा की अनेक बारीक़ रेखाओं के बारे में जिन्होंने अपनी पुस्तक में अच्छा प्रकाश डाला है |वास्तव में मनुष्य का व्यक्ति का भाग्य गुप्त संस्कारों की प्रतिछाया है जो अचेतन रुप से छुपा पड़ा है|

हस्तरेखा दिन में सबसे उत्तम हथेली के आकार-प्रकार वर्ग जाति आदि का अध्ययन किया जाए उसके बाद पर्वतों का निश्चित क्रम में अध्यन होना चाहिए सामुद्रिक शास्त्र विवाह हस्तरेखा विज्ञान निश्चित ही विज्ञान है जिसका क्रमबद्ध अध्यन आवश्यक है जिसका कर्म इस प्रकार हैं हृदय रेखा चंद्र रेखा मस्तिष्क रेखा संतति एवं विवाह रेखा|