Purnima Vrat Vidhi: Purnima puja and Fasting Rules
भविष्यपुराण के अनुसार पूर्णिमा के दिन तीर्थ स्थान पर स्नान करना चाहिए। अगर ऐसा संभव ना हो तो शुद्ध जल में गंगा जल मिलाकर स्नान करना चाहिए। इस दिन पितरोंक का तर्पण करना शुभ माना जाता है।
पूर्णिमा तिथि प्रात: व्रत का संकल्प लेना चाहिए। इसके बाद पूरे विधि-विधान से चन्द्रमा की पूजा करनी चाहिए। चंद्रमा की पूजा करते समय व्यक्ति को इस विशेष मंत्र का उच्चारण करना चाहिए:
वसंतबान्धव विभो शीतांशो स्वस्ति न: कुरु।
गगनार्णवमाणिक्य चन्द्र दाक्षायणीपते।
इसके बाद रात्रि में मौन होकर खाना खाना चाहिए। प्रत्येक मास की पूर्णिमा को इसी प्रकार चन्द्रमा की पूजा करनी चाहिए। इससे व्यक्ति को सभी सुखों की प्राप्ति होती है।