Veer Bulaki Sadhna

नित्य पूजन सामग्री – 1 बूदी का लड्डू, 2 बरफी, 2 पान का पत्ते,1 जायफल, 1 सुपारी,12 लौंग, 11बताशे,1 शराब की बोतल अथवा 1 पव्वा,थोडी सुअर की कलेजी, थोड़ी बकरे की कलेजी,थोडा हनुमानी पीला सिन्दूर,7 सादी हरी चूडिया
थोडे साबुत उडद के दाने.

मन्त्र :-मनोरथ मेरा का हा या एन स्वाद कमाल खा का आदेश धाया हा मीम एन सीन काफ वीर बुलाकी पूरी कर लाया.

विधि :-सर्वप्रथम गुरू को संतुष्ट कर आज्ञा लें फिर अमावस के बाद पहलै बुधवार को गणैश देवता को भेट पूजा दें बाद इसके गुरुवार को सैय्यद कमाल खां को भेंट पूजा दे कर संतुष्ट करे तदउपरान्त शनिवार से साधना आरंभ करें किसी एकात साधना स्थल में धूप दीप कर पूजन सामग्री को सामने रखे एक लोटे मे जल भर कर उस मे

1 बताशा डाल दे मिट्टी के कोरे सिकोरे में 1 लड्डू 2 बरफी 1 पान का पता 5 बताशे रखे.लड्डू में

2 लौंग और इत्र का फाहा लगा दें….मन्त्र को बिना गिनती अनुमान से 1 घटा जप करना है जप करते समय द्रष्टि लड्डू पर हो जाप रात को 10 बजे के बाद करना है जाप के उपरांत कपूर जला कर देव को अग्नि रूपी जानकर दोनो कलेजी का भोग. जायफल सुपारी का भोग 5 बताशे का भोग.

1 पान के पते का भोग शराब का भोग. जल का भोग.

5 लौंग का भोग अपनी मनोकामना बोलते हुए देना है.

उपरांत मिट्टी के सिकोरे में कपूर पर भोग दी हुई दोनो कलेजी रखे.

थोड़ी शराब भी सिकोरै में डाल दें फिर वह सिकोरा घर से बाहर कहीं आक के पौधे की जड में रख आए सिकोरा रखने के बाद कुछ उडद के दाने मन्त्र बोलते हुए आक के पौधे पर फेंके.

इस अवधि में अत्यंत सावधान रहे साधना के दौरान शराब. मछली.

सुअर के मीट का सेवन भूल के भी ना करें