वीरभद्र पूजन

भगवन शिव के प्रमुख गण वीरभद्र की स्थापना हेतु भैरव के साथ एक गोल सुपारी चावलों की ढेरी पर स्थापित कर काले टिल व् पुष्प से निम्न मन्त्र द्वारा करे

मन्त्र

    एह्येहि पुत्र रौद्रनाथ कपिल जटा भार भासुर त्रिनेत्र,
     ज्वालामुखी सर्व विघ्नान नाशय-नाशय   सर्वोपचार,
     सहितं   बलिम        ग्रहण-ग्रहण      स्वाहा ||

Mantra
“Ehyehi putra raudranath kapil jata bhar bhaasur trinetra
Jwalamukhi sarva vighnaan naashay-naashay sarvopchar
Sahitam         balim                grahan-grahan              swaha” .

कामिका एकादशी व्रत विधि एवं कथा