हे श्याम तेरी बंसी, भजन

हे श्याम तेरी बंसी, भजन हे श्याम तेरी बंसी पागल कर जाती है, मुस्कान तेरी मेटी गयल कार जाती है, हे श्याम तेरी बंसी पागल कर जाती है, मुस्कान तेरी मेटी गयल कार जाती है, सोते को जागते हो..रूठे को हसते हो सोते को जागते हो..रूठे को हसते हो रूथोंकी मानने की, कला तुमको आती है...

मैली चादर ओढ़ के कैसे, द्वार तुम्हारे आऊँ, भजन

मैली चादर ओढ़ के कैसे, द्वार तुम्हारे आऊँ, भजन मैली चादर ओढ़ के कैसे, द्वार तुम्हारे आऊँ। हे पावन परमेश्वर मेरे, मन ही मन शरमाऊँ॥ मैली चादर ओढ़ के कैसे, द्वार तुम्हारे आऊँ। मैली चादर ओढ़ के कैसे तूने मुझको जग में भेजा, निर्मल देकर काया। आकर इस संसार मैंने, इसको दाग...