Navratri siddhi mantra in hindi
चैत्र नवरात्रि में मां की आराधना अत्यंत फलदायक रहती है। चैत्री देवी साधना में हम मां की पूजन, सप्तशती पाठ एवं उनके रूपों की भक्ति तो करते ही हैं, इसी के साथ नाना प्रकार के मंत्र की सिद्धि भी हम कर उसका हमारे जीवन में व परोपकार के लिए लाभ ले सकते हैं। जब सब तरफ से परेशानी आ जाए, आर्थिक, मानसिक एवं शारीरिक और कई उपाय करने के बाद भी समस्या हल नहीं हो रही हो तो निम्न मंत्रों में किसी भी 1 मंत्र को नवरात्रि में 11 माला रोज करें व बाद में 1 माला रोज करें, आपको फायदा होने लगेगा।
Navratri puja mantra in hindi
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।।
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।।
- ‘ऐं’ बीज मंत्र है वाणी तथा ज्ञान देने वाला है।
‘ह्रीं’ श्री महालक्ष्मी का बीज मंत्र है। ऐश्वर्य, धन देने वाला है।
‘क्लीं’ शत्रुनाशक महाकाली का बीज मंत्र है।
जो भी मुख्य आवश्यकता हो, वह बीज मंत्र के आदि में लगाकर जप करें, जैसे-
Navratri siddhi mantra in hindi
ॐ ह्रीं ऐं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।।
ॐ क्लीं ऐं ह्रीं चामुण्डायै विच्चे।।
गायत्री मंत्र के आदि तथा अंत में निर्दिष्ट बीज मंत्रों का उपयोग 3 बार कर लाभ लिया जा सकता है। ‘श्रीं’ धन के लिए, जैसे ‘श्रीं श्रीं श्रीं ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात् श्रीं श्रीं श्रीं।’
पड़वा माता शैलपुत्री का दिन है। उनका मंत्र ‘ॐ शैलपुत्र्ये नम:’ का यथाशक्ति जप कर लाभ लिया जा सकता है, विशेषकर स्त्रियां अपने सौभाग्य वृद्धि के लिए प्रयोग करें।
Navratri siddhi mantra in hindi
मां कालिका का स्मरण करके ये मंत्र करें।
Foods for Navratri
Navratri puja mantra in hindi
“सर्वमङ्गलमङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते॥”
Navratri siddhi mantra in hindi
धन के लिए मंत्र
“दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तो:
स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।
दारिद्र्यदु:खभयहारिणि का त्वदन्या
सर्वोपकारकरणाय सदाऽऽर्द्रचित्ता॥”
आकर्षण के लिए मंत्र
“ॐ क्लींग ज्ञानिनामपि चेतांसि देवी भगवती ही सा,
बलादाकृष्य मोहय महामाया प्रयच्छति ”
विपत्ति नाश के लिए मंत्र
“शरणागतदीनार्तपरित्राणपरायणे।
सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते॥”
शक्ति प्राप्ति के लिए मंत्र
सृष्टिस्थितिविनाशानां शक्ति भूते सनातनि।
गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोऽस्तु ते॥
रक्षा पाने के लिए मंत्र
शूलेन पाहि नो देवि पाहि खड्गेन चाम्बिके।
घण्टास्वनेन न: पाहि चापज्यानि:स्वनेन च॥
आरोग्य और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए मंत्र
देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि॥
भय नाश के लिए मंत्र
“सर्वस्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्ति समन्विते।
भयेभ्याहि नो देवि दुर्गे देवि नमोऽस्तु ते॥
महामारी नाश के लिए मंत्र
जयन्ती मङ्गला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु ते॥
सुलक्षणा पत्नी की प्राप्ति के लिए मंत्र
पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्।
तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्॥
पाप नाश के लिए मंत्र
हिनस्ति दैत्यतेजांसि स्वनेनापूर्य या जगत्।
सा घण्टा पातु नो देवि पापेभ्योऽन: सुतानिव॥
भुक्ति-मुक्ति की प्राप्ति के लिए मंत्र
विधेहि देवि कल्याणं विधेहि परमां श्रियम्।
रुपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि॥