क्षेत्रपाल पूजन

अब जिस लकड़ी के बाजोट पर विग्रह स्थापित किया है उससे अलग हट कर नीचे दाहिनी और एक सुपारी लाल कपडे पर स्थापित कर लाल पुष्प से ही क्षेत्रपाल पूजन करें एक फल और धुप दीप निम्न मन्त्र द्वारा करें

मन्त्

“क्षां क्षीं क्षुं क्षें क्ष: हुं स्थान क्षेत्रपाल धुप दीपं सहितं
 बलिम ग्रहण-ग्रहण सर्वान कामान पूरय-पूरय स्वाहा” ||

Mantra
“Kshaang ksheeng kshung ksheng kshaha hung sthan   kshetra dhupam deepam sahitam ,  balim grahan-grahan sarvaan sarvaan kaamaan prray-pooray swaha .”

नक्षत्र (ज्योतिषीय सिद्धान्त)