Ramnavmi 2019: Pujan Time and Importance

इस दिन विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाता है. भक्‍त अपने आराध्‍य मर्यादा पुरुषोत्तम राम के लिए दिन भर उपवास रखते हैं. घरों में रामलाल के जन्‍मोत्‍सव के मौके पर उन्‍हें पालने में झुलाया जाता है और विशेष रूप से खीर का भोग लगाने की परंपरा है. इसी दिन चैत्र नवरात्रि का नौवां यानी कि अंतिम दिन होता है जिसका समापन कन्‍या पूजन के साथ किया जाता है. इस दिन हजारों की संख्‍या में भक्‍त भगवान राम की जन्‍म स्‍थली अयोध्‍या पहुंचर सरयू नदी में स्‍नान करते हैं. मान्‍यता है कि इस दिन सरयू नदी में स्‍नान करने से सभी पाप नष्‍ट हो जाते हैं और भक्‍तों को भगवान राम की असीम कृपा प्राप्‍त होती है. कहा जाता है कि राम नवमी के दिन भगवान राम की विधि-विधान से पूजा करने पर मोक्ष की प्राप्‍ति होती है.

राम नवमी की तिथि और शुभ मुहूर्त 

नवमी तिथि प्रारंभ: 13 अप्रैल 2019 को सुबह 08 बजकर 15 मिनट से
नवमी तिथि समाप्‍त: 14 अप्रैल 2019 को सुबह 06 बजकर 04 मिनट तक
नवमी पूजन का शुभ मुहूर्त: 13 अप्रैल 2019 को सुबह 11 बजकर 56 मिनट से दोपहर 12 बजकर 47 मिनट तक

राम नवमी की पूजन विधि 

– ब्रह्म मुहूर्त में स्‍नान कर स्‍वच्‍छ वस्‍त्र धारण करें.
– अब भगवान राम का नाम लेते हुए व्रत का संकल्‍प लें.
– अब घर के मंदिर में राम दरबार की तस्‍वीर या मूर्ति की स्‍थापना कर उसमें गंगाजल छिड़कें.
– अब तस्‍वीर या मूर्ति के सामने घी का दीपक जलाकर रखें.
– अब रामलला की मूर्ति को पालने में बैठाएं.
– अब रामलला को स्‍नान कराकर वस्‍त्र और पाला पहनाएं.
– इसके बाद रामलला को मौसमी फल, मेवे और मिठाई समर्पित करें. खीर का भोग लगाना अति उत्तम माना जाता है.
– अब रामलला को झूला झुलाएं.
– इसके बाद धूप-बत्ती से उनकी आरती उतारें.
– आरती के बाद रामायण और राम रक्षास्‍त्रोत का पाठ करें.
– अब नौ कन्‍याओं को घर में बुलाकर उनको भोजन कराएं. साथ ही यथाशक्ति उपहार और भेंट देकर विदा करें.
– इसके बाद घर के सभी सदस्‍यों में प्रसाद बांटकर व्रत का पारण करें.