पद्मावती साधना
|| विधि ||
इस साधना के लिए आप किसी कुम्हार से थोड़ी चिकनी मिटटी ले आये और उस मिटटी से 119 गोलिया बनाकर उसे धूप में सुखा ले
दिवाली की रात मेंलक्ष्मी पूजन के बाद एक बाजोट पर लाल कपडा बिछाकर उस पर जौ कीढ़ेरी बनाकर उस पर एक घी का दीपक जला दे ,धुप अगरवती दिखाकर उसपर गुलाब का फूल चढ़ाये और इस मन्त्र का 11माला जाप करे मन्त्र जापगिनने के लिए मिटटी की बनाई उन गोलियों का प्रयोग करे ! एक तरफ ११ गोलियाँ रखे और एक तरफ 108 गोलीया रखे ! इस प्रकार 11माला की गिनती पूर्ण करे ! इस साधना को पूरे 43 दिन करे 43 दिन पूरे होनेके बाद सारीं सामग्री बहते पानी में बहा दे और अगर हो सके तो गोलियाँ संभाल कर रखले और हर रोज 1 माला जाप कर ले |
|| मन्त्र ||
पद्मावती पद्माकुंशी वज्र वज्राकुंशी प्रत्यक्षम भवति भवति !
इस साधना से माँ पद्मावती का दर्शन भी हो जाता है !
माँ पद्मावती आप सब पर कृपा करे यही हमारी कामना है !