ॐ नमो आदेश गुरु को
लूना चमारीन जगत की बिजुरी
मोती हेल चमके
जो “अमुक” पिंड में जान करे विजान करे
तो उस रण्डी पे फिरे
दुहाई तख़्त सुलेमान पैगंबर की
फिरे मेरी भकित
गुरु की शक्ति
फुरो मंत्र इश्वरोवाचा
विधि :- इस मन्त्र को सिद्ध करके बहुत ही बेहतरीन ढंग से इसका प्रयोग किया जा सकता हैं और इसके प्रयोग के परिणाम भी सुगमता से प्राप्त होते हैं | इस मन्त्र का जप केवल 7 दिनों तक 1 माला जप करना हैं जब ये मन्त्र सिद्ध हो जाये तो आप इसका प्रयोग अपनी या किसी अन्य की रक्षा करने, जादू टोना, भूत, प्रेत, तांत्रिक माया जाल, किया कराया आदि रोगों को दूर करने में सफल हो जाओगे |
अन्य मंत्र
मन्त्र ::- घटा में सरुस्ती पंजा गुर उस्ताद पीर का,
रव्वे मान पे यकीन,
कौरू देश की चौमखिया देवी,
उसने विजी फुलवाड़ी,
चुग ले गयी लूना चमारी,
हमारी बुलाई ना आवे,
तां हनुमान दे पोले खावे,
आवा तां तद ये छड्डे घरवाला सिर दा साईं!
विधि-इस मन्त्र को रात को दस वजे सवा दो घंटे जपे!अपने सामने तेल का एक दीपक जलाये!कपडे कोई भी पहन सकते है!आसन कोई भी इस्तेमाल कर सकते है किसी भी दिन से इस साधना को शुरू कर सकते है!जिस दिन शुरू करे उस दिन और अंतिम दिन दो लड्डू,एक मीठा पान,दो लौंग,दो इलाइची छोटी और सात प्रकार की मिठाई अपने सामने रखे दुसरे दिन उजाड़ स्थान में सारी सामग्री रख आये!यह क्रिया आपको ४१ दिन करनी है, आसन जाप करने के बाद शरीर कीलन मन्त्र जपे फिर गुरु पूजन और गणेश पूजन करे और जप शुरू कर दे,
प्रयोग विधि- जब इस्तेमाल करना हो तो इस मन्त्र का सात बार जप करे और अपनी इच्छा लूना चमारी से बोल दे आपकी इच्छा पूरी हो जाएगी